भारतीय स्वतंत्रता दिवस, 15 अगस्त से थोड़े ही दिन पहले कश्मीर में शुक्रवार की सुबह कुछ युवकों ने मस्जिद में लाउड स्पीकर पर कश्मीर की आज़ादी के गीत और नारे चलाने शुरू किये। जिसकी वजह से घुस्साए फौजियों ने जो किया, वो हर देशप्रेमी करता।
क्रोधित सेना के जवानों ने मस्जिद को घेर लिया और अन्दर घुसकर लाउडस्पीकरों, खिड़की के शीशों को तोड़ डाला और सबको वहां से बाहर घसीटा।
कम से कम 40 लोग अपनी इस घटिया हरकत के लिए, सेना के गुस्से का शिकार हुए। भारतीय सेना जवानों इतने घुस्से में थे कि अपना आप खो बैठे और उन युवकों की जम के पिटाई की। बताया जा रहा है की उनमें से एक युवक, जो मौके पर लीडर बनने की कोशश कर रहा था, को फौजियों ने पीट पीट कर पिल-पिला कर दिया! वो तो गांव के कुछ बड़े बुज़ुर्ग बचाव के लिए बीच में आ गए, और उन्हें सेना के कहर से बचा लिया।
घायलों को मनिगम के सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार के लिए ले जाया गया। लेकिन, सेना के कमांडिंग अधिकारी स्वास्थ्य केंद्र पहुंच गए और डॉक्टर और पैरा टीम को घायलों का उपचार करने के लिए भी धमकाया।
इस कांड में शामिल पुरुष महिलायें भारतीय सेना की इस ताड़ना के ही लायक थे। जो भारत की धरती पर रहते हैं, इस देश का नमक खाते हैं और फिर मस्जिद को साधन के रूप में प्रयोग कर, देश विरोधी नारे बजवा कर अपने आप को नायक सिद्ध करने की कोशिश करते हैं!
राज्य के अन्य क्षेत्रों में भी कश्मीर की आज़ादी के लिए हिंसक विरोध प्रदर्शन किए गये, जिसमें की CRPF के जवान और कई पुलिसकर्मी घायल हुए।
कश्मीर की आज़ादी मांगने वाले ये देश-विरोधी शायद भूल गए हैं कि, भारत के इन जवानों ने इनकी रक्षा के लिए अपनी जानें गवाई हैं और आज भी इनकी रक्षा करने के लिए रात-दिन लगे रहते हैं।
0 comments:
Post a Comment