नई दिल्ली ( 14 नवंबर ) :अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल करने के बाद मुस्लिमों, अफ्रीकी अमेरिकियों और लातिनों के उत्पीड़न पर पहली बार बात की। इन समुदाय के लोगों पर उत्पीड़न से दुखी डोनाल्ड ट्रंप ने पहली बार सार्वजनिक रूप से लोगों से इसे रोकने के लिए कहा।
अमेरिकी एक न्यूज चैनल को दिए अपने इंटरव्यू में ट्रंप ने कहा, मैं यह सुनकर बहुत दुखी हूं और मैं इसे रोकने के लिए कहता हूं। इसे रोकें।
वह हाल के दिनों में मुस्लिमों, हिस्पैनिक अमेरिकियों, अश्वेत लोगों, अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रहे कथित घृणा अपराधों को लेकर पूछे गए एक सवाल पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे।
ट्रंप से पूछा गया कि क्या आप उन लोगों से कुछ कहना चाहते हैं? उन्होंने कहा कि मैं कहना चाहता हूं कि ऐसा न करें। यह भयानक है। मैं इस देश को एकजुट करने जा रहा हूं। राष्ट्रपति पद के लिए निर्वाचित हुए ट्रंप ने कहा कि समाज के कुछ वर्ग उन्हें लेकर डरे हुए हैं और इसकी वजह यह है कि ये लोग उन्हें ठीक से नहीं जानते हैं। ट्रंप ने उन लोगों से कहा कि वे डरें नहीं।
उनसे पूछा गया कि लोगों के प्रदर्शन को लेकर आपको क्या लगता है। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि कुछ मामलों में, प्रदर्शनकारी पेशेवर होते हैं। ट्रंप ने कहा कि अगर हिलेरी जीतीं होतीं और मेरे लोग बाहर प्रदर्शन करते तो हर कोई कहता कि ओह, यह खराब चीज है। यह बहुत अलग दृष्टिकोण होता। आप जानते हैं कि यहां दोहरा मानक है।
अमेरिकी एक न्यूज चैनल को दिए अपने इंटरव्यू में ट्रंप ने कहा, मैं यह सुनकर बहुत दुखी हूं और मैं इसे रोकने के लिए कहता हूं। इसे रोकें।
वह हाल के दिनों में मुस्लिमों, हिस्पैनिक अमेरिकियों, अश्वेत लोगों, अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रहे कथित घृणा अपराधों को लेकर पूछे गए एक सवाल पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे।
ट्रंप से पूछा गया कि क्या आप उन लोगों से कुछ कहना चाहते हैं? उन्होंने कहा कि मैं कहना चाहता हूं कि ऐसा न करें। यह भयानक है। मैं इस देश को एकजुट करने जा रहा हूं। राष्ट्रपति पद के लिए निर्वाचित हुए ट्रंप ने कहा कि समाज के कुछ वर्ग उन्हें लेकर डरे हुए हैं और इसकी वजह यह है कि ये लोग उन्हें ठीक से नहीं जानते हैं। ट्रंप ने उन लोगों से कहा कि वे डरें नहीं।
उनसे पूछा गया कि लोगों के प्रदर्शन को लेकर आपको क्या लगता है। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि कुछ मामलों में, प्रदर्शनकारी पेशेवर होते हैं। ट्रंप ने कहा कि अगर हिलेरी जीतीं होतीं और मेरे लोग बाहर प्रदर्शन करते तो हर कोई कहता कि ओह, यह खराब चीज है। यह बहुत अलग दृष्टिकोण होता। आप जानते हैं कि यहां दोहरा मानक है।
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